Sunday, December 13, 2009

Puna ki Aik yadgar mehfil


Saturday, December 5, 2009

गुंडा

गुंडा

अजब नहीं है जो तुका भी तीर हो जाए
फटे जो दूद तो फ़िर वो पनीर हो जाए
मवालियों को न देखा करो हिकारत से
न जाने कौन सा गुंडा वजीर हो जाए